डिजिटल मार्केटिंग क्या है? डिजिटल मार्केटिंग कितने प्रकार से की जाती हैं। पूरी जानकारी आसान भाषा में | Digital Marketing Kya Hai Hindi

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Digital Marketing Kya Hai by ultimateguider

Digital Marketing Kya Hai: आज का युग डिजिटल क्रांति का युग है, जहां हर चीज इंटरनेट पर आधारित हो गई है। चाहे वो शॉपिंग हो, टिकट बुकिंग हो या बैंकिंग, सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है।

इसलिए, डिजिटल मार्केटिंग, जिसके माध्यम से आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस की मार्केटिंग कर सकते हैं। आज की मुख्य आवश्यकता बन चुकी है। Digital Marketing न केवल कंपनियों को उनके Targeted Customer तक पहुँचने में मदद करती है,

बल्कि लोगों को भी घर बैठे पैसे कमाने के अवसर प्रदान करती है। इसलिए डिजिटल मार्केटिंग के बारें में आपको जरूर जानना चाहिए।

अगर आप डिजिटल मार्केटिंग के बारें में A2Z जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें। यहाँ पर हम आपको बताने वाले हैं की डिजिटल मार्केटिंग क्या हैं। Digital Marketing Kya Hai , डिजिटल मार्केटिंग कैसे करे। ( digital marketing kaise kare ) , डिजिटल मार्केटिंग के क्या फायदे होते हैं। डिजिटल मार्केटिंग कैसे काम करती हैं। डिजिटल मार्केटिंग कितने प्रकार की होती हैं। इत्यादि।

डिजिटल मार्केटिंग का इतिहास

डिजिटल मार्केटिंग की शुरुआत 1971 में हुई थी जब Ray Tomlinson ने पहली बार ईमेल भेजा था। उस समय यह इतना प्रसिद्ध नहीं था।

1990 के दशक में जब इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ा तो डिजिटल मार्केटिंग ने अपनी पहचान बनाने शुरू की तब कंपनियों ने अलग अलग सर्च इंजनों के माध्यम से अपने प्रोडक्ट और सर्विस की जानकारी लोगों तक पहुचानी शुरू की।

2010 के बाद जब सोशल मीडिया ने इंटरनेट पर अपनी पकड़ बनाने शुरू की तब डिजिटल मार्केटिंग और भी फैलती चली गई। आज के समय में बढ़ती डिजिटल टेक्नोलॉजी और 5जी इंटरनेट के आने के बाद डिजिटल मार्केटिंग करने के नए नए तरीके मार्केट में आ रहे हैं।

डिजिटल मार्केटिंग का इतिहास तकनीकी विकास और इंटरनेट के प्रसार से जुड़ा हुआ है, और यह लगातार विकसित हो रहा है।

डिजिटल मार्केटिंग क्या है? Digital Marketing Kya Hai Hindi

डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट की मदद से अपने प्रोडक्ट या सर्विस की जानकारी लोगों तक पहुचाने का एक तरीका हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उन प्रोडक्ट या सर्विस को खरीद सकें।

जब इंटरनेट नहीं था तक प्रोडक्ट या सर्विस की मार्केटिंग करने के ऑफ़लाइन अलग अलग प्रकार के तरीके होते थे। लेकिन जब से इंटरनेट और स्मार्टफोन का दौरा शुरू हुआ हैं। तब से मार्केटिंग करने के तरीके भी बदल गए।

आज के समय में स्मार्टफोन और इंटरनेट के यूजर लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसलिए कंपनियों इसी का फायदा उठाकर डिजिटल मार्केटिंग के जरिए अपने प्रोडक्ट या सर्विस की जानकारी लोगों तक पहुचा रही है। इसमे समय भी कम लगता हैं।

डिजिटल मार्केटिंग के जरिए मार्केटिंग करने को भी अलग अलग तरीके होते हैं। जिनके बारें में हम आगे बात करने वाले हैं। अभी आप समझ गए होंगे कि डिजिटल मार्केटिंग क्या है? ( Digital Marketing Kya Hai )

डिजिटल मार्केटिंग क्‍योंं जरूरी हैं?

डिजिटल मार्केटिंग के जरिए, आप अपना समय बचा सकते हैं और अपने प्रोडक्ट्स या सर्विसेज को सही लोगों तक आसानी से पहुँचा सकते हैं।

आजकल लगभग सभी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, और ज्यादातर के पास स्मार्टफोन भी हैं। वे इन उपकरणों पर सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए डिजिटल मार्केटिंग से आप अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को इन लोगों तक जल्दी और आसानी से पहुँचा सकते हैं।

यदि आप खुद का कोई प्रोडक्ट या सर्विस लांच करने वाले हैं। आप कम से कम समय में अपने प्रोडक्ट या सर्विस की जानकारी लोगों तक पहुचाना चाहते हैं। तो डिजिटल मार्केटिंग आपके लिए बेहतर विकल्प हैं। इससे आप उन्हें खरीदारी के लिए प्रेरित भी कर सकते हैं।

इसके माध्यम से आप न सिर्फ अपने शहर या देश में, बल्कि अन्य देशों में भी अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की मार्केटिंग कर सकते हैं।

अपने प्रोडक्ट्स या सर्विसेज को ऑनलाइन प्रमोट करके और बेचकर आपको काफी फायदा हो सकता है। इससे आपके बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा, और बड़ी-बड़ी कंपनियाँ भी ऑनलाइन प्रमोशन पर खर्च करके अच्छे परिणाम प्राप्त कर रही हैं।

इस प्रकार, डिजिटल मार्केटिंग न सिर्फ आपके बिजनेस को बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि आपको एक बड़ी मार्केट तक पहुंचने का अवसर भी देगी।

वर्तमान समय में डिजिटल मार्केटिंग की मांग!

परिवर्तन समाज का नियम हैं। समय के साथ हर चीज में बदलाव होते जा रहे हैं। आप आज से अगर 100 , 500 , 1000 वर्ष पहले की दुनिया के बारें में सोचो उनके बारें में पढ़ो तब उसे समय ये सब नहीं था जो आप आज की दुनिया में देख रहे हो।

समय के साथ समाज में बदलाव होते जा रहे हैं। जो लोग उन बदलाव को स्वीकार करके आगे बढ़े वो आगे बढ़ते चले गए लेकिन जिन्होंने बदलाव स्वीकार नहीं किया वे पीछे ही रह गए।

आज के समय में डिजिटल टेक्नोलॉजी और इंटरनेट , स्मार्टफोन का विस्तार तेजी से हो रहा हैं। इसलिए डिजिटल मार्केटिंग की मांग भी बढ़ती जा रही हैं। कंपनियां अपने प्रोडक्ट या सर्विस की जानकारी लोगों तक पहुचने के लिए ऑनलाइन अपना बिजनेस बिल्ड कर रही हैं। जिससे डिजिटल व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है।

टीवी , पत्रिकाओ , न्यूज पेपर के विज्ञापनों में अपनी टारगेटिड कस्टमर तक पहुचना कंपनियों के लिए काफी मुश्किल होता था। जिसे डिजिटल मार्केटिंग ने काफी आसान बना दिया हैं। इसलिए डिजिटल मार्केटिंग से लोगों का विश्वास भी बढ़ रहा है,

डिजिटल मार्केटिंग ने बिजनेस और कस्टमर के बीच के रिश्ते को नया आयाम दिया है और यह बिजनेस को नई ऊँचाइयों तक ले जा रहा है। इसके जरिए बिजनेस का आसानी से विस्तार किया जा सकता हैं। और उपभोक्ताओं को भी अधिक सुविधाएँ और विकल्प मिल रहे हैं।

डिजिटल मार्केटिंग के फायदे | Digital Marketing Ke fayde

📢 दुनियाभर में पहुंच: डिजिटल मार्केटिंग की मदद से आप दुनिया के किसी भी कोने में अपने ग्राहकों तक पहुँच सकते हैं। आपको बस इंटरनेट की ज़रूरत होती है।

📢 कम लागत: डिजिटल मार्केटिंग में बहुत कम पैसे लगते हैं। आप अपने प्रोडक्ट या सेवाओं का प्रचार बहुत कम खर्च में कर सकते हैं। खासकर जब आप इसे ट्रेडिशनल मार्केटिंग जैसे टीवी या अखबार के विज्ञापन से तुलना करते हैं।

📢 परिणामों की जांच: आप आसानी से यह देख सकते हैं कि आपके डिजिटल मार्केटिंग अभियान कितने प्रभावी हैं। इससे आपको पता चलता है कि क्या काम कर रहा है और क्या नहीं।

📢 बेहतर टारगेटिंग: आप ठीक उसी तरह के लोगों को टारगेट कर सकते हैं जो आपके प्रोडक्ट या सर्विस में रुचि रखते हैं। इससे आपका विज्ञापन अधिक प्रभावी होता है।

📢 बदलाव : डिजिटल मार्केटिंग में आप जल्दी और आसानी से बदलाव कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि कुछ काम नहीं कर रहा, तो आप उसे तुरंत बदल सकते हैं।

📢 ग्राहक से सीधा संपर्क: डिजिटल मार्केटिंग आपको अपने ग्राहकों के साथ सीधे तौर पर जुड़ने का मौका देती है। आप उनके प्रतिक्रिया और सुझावों को आसानी से समझ सकते हैं।

📢 ब्रांड बिल्डिंग: छोटे व्यापारियों के लिए भी अपना ब्रांड बनाना और उसे बढ़ावा देना संभव होता है। आप अपने प्रोडक्ट और विचारों के जरिए खुद की पहचान बना सकते हैं।और उसे मजबूत कर सकते हैं, जिससे लोग आपके ब्रांड को पहचानें और भरोसा करें।

📢 आसान विज्ञापन: डिजिटल मार्केटिंग में विज्ञापन बनाना और उसे फैलाना बहुत आसान और सस्ता होता है। आप अपने प्रोडक्ट की जानकारी बहुत लोगों तक पहुंचा सकते हैं।

📢 शिक्षा क्षेत्र में योगदान: डिजिटल मार्केटिंग ने शिक्षा क्षेत्र में भी अपना योगदान दिया है, जैसे ऑनलाइन कोर्सेज़ और ट्यूटोरियल्स के जरिए।

📢 ग्राहक से विश्वास: डिजिटल मार्केटिंग से ग्राहकों के साथ विश्वास का संबंध बनाना संभव होता है। ग्राहक आपके प्रोडक्ट और सेवाओं के बारे में ऑनलाइन रिव्युज़ पढ़कर भरोसा करते हैं।

📢 स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान: डिजिटल मार्केटिंग ने स्वास्थ्य सेवाओं में भी अहम भूमिका निभाई है, जैसे ऑनलाइन परामर्श और मेडिसिन की डिलिवरी।

📢 रोजगार के अवसर: डिजिटल मार्केटिंग से नए रोजगार के अवसर खुले हैं, जैसे कि कंटेंट राइटिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट आदि। लोग अपने घर से काम करते हुए भी अच्छी कमाई कर सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार ( Type of Digital Marketing in Hindi )

#1. Social Media Marketing (SMM)

सोशल मीडिया मार्केटिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें व्यापारी या ब्रांड अपने प्रोडक्ट्स या सर्विस का प्रमोशन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए करते हैं। जैसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, और लिंक्डइन

इसका मुख्य उद्देश्य है अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचकर उन्हे प्रोडक्ट या सर्विस सेल करना होता हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग को उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए आपका एक छोटा सा कपड़ों का बिजनेस है। आपने इंस्टाग्राम पर एक अकाउंट बनाया और वहां पर आपने अपने कपड़ों की खूबसूरत फोटोज़ और वीडियोज़ डालना शुरू किया। इसके अलावा, आपने हैशटैग्स (#) का इस्तेमाल किया ताकि जब भी कोई इंस्टाग्राम पर उन हैशटैग्स को सर्च करे, तो आपके प्रोडक्ट्स उन्हें दिखाई दें।

जैसे-जैसे आपके पोस्ट्स को यूजर्स को दिखाई देने लगते हैं। वे उन्हे अपनी पसंद के हिसाब से लाइक करते हैं , उन पर कमेन्ट करते हैं। ये भी शेयर करते हैं। इससे आपकी पहुंच और भी बढ़ गई। अगर उन्हे आपका प्रोडक्ट पसंद आता हैं उसके बाद वे उसे खरीद भी लेते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग के जरिए आपने ना केवल अपने ब्रांड की पहचान बनाई, बल्कि नए ग्राहक भी बनाए।

इसके अलावा, इंस्टाग्राम के अनलाइटिक्स टूल्स की मदद से आप यह भी जान पाए कि कितने लोगों ने आपके पोस्ट्स को देखा, उन पर क्या प्रतिक्रिया दी और कितने लोगों ने आपके प्रोडक्ट्स को खरीदा।

इस प्रकार, सोशल मीडिया मार्केटिंग आज के डिजिटल युग में अपने बिजनेस को बढ़ावा देने का एक शक्तिशाली और किफायती तरीका है।

सोशल मीडिया मार्केटिंग को आसन बनाने के लिए हम आपको कुछ टूल के नाम बता रहे हैं। जिनका इस्तेमाल आप अपने बिजनेस की Social Media Marketing करने के लिए कर सकते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग टूल : SocialPilot, Hootsuite, Buffer, Sprinklr, Canva, HubSpot

इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की अपने बिजनेस की Digital Marketing Kaise Kare तो आप सोशल मीडिया मार्केटिंग करके भी बिजनेस की डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। सोशल मीडिया मार्केटिंग Digital Marketing का ही हिस्सा हैं।

इन्हे भी जरूर पढ़ें।

# 2. Email Marketing

ईमेल मार्केटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कंपनियां और ब्रांड्स अपने ग्राहकों को ईमेल के जरिए अपने प्रोडक्ट्स, सर्विस , ऑफर्स, और डिस्काउंट्स के बारे में जानकारी भेजती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को प्रोडक्ट और सर्विस के बारें में जानकारी देना और और उन्हें खरीदारी के लिए प्रेरित करना है।

ईमेल मार्केटिंग को उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए आपने एक फैशन वेबसाइट से शॉपिंग की है। आपने खरीदारी करते समय अपना ईमेल पता दिया था। अब, उस वेबसाइट की ओर से आपको नियमित रूप से ईमेल आने लगते हैं, जिसमें नए प्रोडक्ट्स, विशेष डिस्काउंट्स और ऑफर्स की जानकारी होती है।

ये ईमेल्स आमतौर पर आकर्षक और सूचनात्मक होते हैं, जिससे आपको उनकी वेबसाइट पर फिर से जाकर शॉपिंग करने का मन होता है।

इस प्रकार की मार्केटिंग में, ईमेल्स को पर्सनलाइज्ड बनाया जा सकता है।

उदाहरण के लिए, अगर आपने पहले कपड़े खरीदे हैं, तो ईमेल में आपको कपड़ों के नए कलेक्शन या उससे संबंधित ऑफर्स की जानकारी दी जाती है। यह आपके खरीदारी के इतिहास और रुचियों के आधार पर होता है।

ईमेल मार्केटिंग में, कंपनियां अक्सर अपने ईमेल्स को टाइम करती हैं, ताकि वे उस समय पर भेजे जाएँ जब ग्राहक सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। यह सभी ईमेल मार्केटिंग टूल्स के माध्यम से किया जाता है, जिससे प्रक्रिया आसान और अधिक तेजी से होती हैं।

इस तरह, ईमेल मार्केटिंग कंपनियों के लिए अपने ग्राहकों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने और उन्हें नए उत्पादों या ऑफर्स के बारे में सूचित करने का एक महत्वपूर्ण और किफायती तरीका है।

Email Marketing को आसान और तेजी से करने के लिए आप कुछ टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

AWeber, Mailchimp, Active Campaign, ConvertKit, GetResponse, AWeber, Constant Contact, MailerLite etc.

इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की अपने बिजनेस की Digital Marketing Kaise Kare तो आप Email Marketing करके भी बिजनेस की डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। ईमेल मार्केटिंग Digital Marketing का ही हिस्सा हैं।

#3. Search Engine Optimization (SEO)

SEO, यानि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, एक ऐसी तकनीक है जिससे आप अपनी वेबसाइट को गूगल जैसे सर्च इंजनों पर सबसे ऊपर रैंक करा सकते हैं। इससे आपकी वेबसाइट पर अधिक लोग आते हैं, जिससे आपके बिजनेस को फायदा होता है। यह एक फ्री प्रक्रिया है लेकिन इसमें स्ट्रैटिजी , समय और धैर्य लगता हैं।

उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए आपने एक ऑनलाइन बुक स्टोर खोला है। आप चाहते हैं कि जब कोई गूगल पर “Online Book Store ” टाइप करे तो आपकी वेबसाइट सबसे ऊपर दिखे।
इसके लिए आपको अपनी वेबसाइट पर Online Book Store कीवड को ध्यान में रखते हुए SEO Strategy पर काम करना होगा।

एक बार जब आपकी वेबसाइट SEO के लिए अच्छे से ऑप्टिमाइज हो जाती है, तो गूगल इसे अपने रिजल्ट पेज पर ऊपर दिखाने लगेगा। इससे आपकी वेबसाइट पर अधिक लोग आएंगे, जो कि आपके बिजनेस के लिए अच्छा होता है।

अपने बिजनेस की SEO Strategy बनाने में आप कुछ टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

SEMrush, Ahrefs, Ubersuggest.

#4. Content Marketing

कंटेंट मार्केटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कंपनियां अपने प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में आकर्षक और जानकारीपूर्ण कंटेंट तैयार करती हैं।

इस कंटेंट को फिर अलग अलग माध्यमों जैसे ब्लॉग, वीडियो, इंफोग्राफिक्स, और पॉडकास्ट के जरिए लोगों तक पहुंचाया जाता है। इसका उद्देश्य है ज्यादा से ज्यादा लोगों को उनके प्रोडक्ट्स की ओर आकर्षित करना और उन्हें ग्राहकों में बदलना होता हैं।

मान लीजिए एक कंपनी ने एक नया स्मार्टफोन लॉन्च किया है। अब इस स्मार्टफोन को बेचने के लिए कंपनी विभिन्न प्रकार के कंटेंट तैयार करती है जैसे कि:

  • ब्लॉग पोस्ट्स : वे अपने ब्लॉग पर इस नए स्मार्टफोन के फीचर्स, डिजाइन, उपयोगिता आदि पर आर्टिकल लिखते हैं।
    वीडियो कंटेंट: वे इस स्मार्टफोन का एक आकर्षक वीडियो बनाकर यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड करते हैं।
    इंफोग्राफिक्स: वे इस स्मार्टफोन की खासियतों को इंफोग्राफिक्स के जरिए समझाते हैं, जो कि जल्दी समझ आने वाला और आकर्षक होता है।
  • सोशल मीडिया पोस्ट्स: इंस्टाग्राम, फेसबुक पर प्रोडक्ट से जुड़े आकर्षक पोस्ट और स्टोरीज बनाई जाती हैं।

इन सभी तरीकों से कंपनी अपने स्मार्टफोन की जानकारी और उसके फायदे लोगों तक पहुंचाती है, ताकि लोग उनके प्रोडक्ट को बारें में ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करके उसे खरीदें।

अपने प्रोडक्ट या सर्विस की Content Marketing करने के लिए आप इन कुछ टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

WordPress, Social Media Pages, Blogger.com, YouTube etc.

इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की अपने बिजनेस की Digital Marketing Kaise Kare तो आप Content Marketing करके भी बिजनेस की डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। कंटेंट मार्केटिंग Digital Marketing का ही हिस्सा हैं।

#5. Affiliate Marketing

एफिलिएट मार्केटिंग एक प्रकार की ऑनलाइन मार्केटिंग है जिसमें लोग दूसरों के प्रोडक्ट्स का प्रचार करते हैं और प्रत्येक बिक्री उन्हे कमीशन मिलता हैं। यह बहुत ही प्रभावी और फायदेमंद तरीका है क्योंकि इसमें आपको केवल प्रोडक्ट का प्रचार करना होता है, उसके स्टॉक, शिपिंग या कस्टमर सर्विस की चिंता नहीं करनी पड़ती है।

उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए आप एक ब्लॉगर हैं और आपका ब्लॉग टेक्नोलॉजी गैजेट्स पर आधारित है। आपने एक नए स्मार्टफोन की को लेकर अपनी वेबसाइट पर ब्लॉग पब्लिश किया इस ब्लॉग में आपने उस स्मार्टफोन को खरीदने का एफिलिएट लिंक भी दिया हैं।

जब कोई आपके ब्लॉग से उस लिंक पर क्लिक करके स्मार्टफोन खरीदता है, तो आपको उस बिक्री का एक प्रतिशत कमीशन के रूप में मिलता है।

एफिलिएट मार्केटिंग में, आपको अपने ऑडियंस को प्रोडक्ट के बारें में अच्छे से समझना होता हैं। हमेशा अपनी ऑडियंस के सामने केवल वही प्रोडक्ट प्रमोट करे जो उनके लिए यूजफुल हो। और प्रोडक्ट भी हो। वरना अगर आप गलत प्रोडक्ट प्रमोट करते हैं तो आपकी ऑडियंस आपस दूर हो जाएगी। जिससे आपको नुकसान होगा।

एफिलिएट मार्केटिंग में आप अलग अलग प्लेटफॉर्म्स जैसे कि सोशल मीडिया, यूट्यूब चैनल्स, ब्लॉग्स आदि पर प्रोडक्ट या सर्विस के एफिलिएट लिंक्स पब्लिश कर सकते हैं। और कमाई भी कर सकते हैं।

इन्हे भी जरूर पढ़ें।

#6. Mobile Marketing

मोबाइल मार्केटिंग एक डिजिटल मार्केटिंग की तकनीक है, जिसमें कंपनियां स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे मोबाइल डिवाइसेज के माध्यम से अपने प्रोडक्ट या सर्विस का प्रमोशन करती हैं। मोबाइल मार्केटिंग का उदेश्य उन कस्टमर तक पहुँचना जो अपना अधिक से अधिक समय अपने मोबाइल फोन पर बिताते हैं।

उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए एक फैशन रिटेल कंपनी नए फेशन के कपड़े बेचना चाहती है। वे मोबाइल मार्केटिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे:

SMS मार्केटिंग: कंपनी अपने ग्राहकों को नए कलेक्शन के बारे में SMS भेज सकती है, जिसमें उन्हें वेबसाइट पर जाने और खरीदारी करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

मोबाइल ऐप्स के जरिए विज्ञापन: वे अपने मोबाइल ऐप पर विज्ञापन चला सकते हैं या अन्य लोकप्रिय ऐप्स पर अपने प्रोडक्ट के ऐड कर सकते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग: इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर वे मोबाइल-फ्रेंडली विज्ञापन बनाकर अपने प्रोडक्ट को प्रमोट कर सकते हैं।

मोबाइल मार्केटिंग सफल बनाने के लिए ध्यान रखे कि आपके विज्ञापन मोबाइल फ्रेंडली होनी चाहिए – यानी वे छोटी स्क्रीन पर भी अच्छी तरह से दिखाई देनी चाहिए और यूजर को आसानी से समझ में आनी चाहिए।

इसमें आपको अपने टारगेटिड कस्टमर और उनकी रुचियों और व्यवहारों के ध्यान में रखते हुए विज्ञापन बनाना होता है।

आज के समय में ज्यादातर लोग अपना अधिकतर समय मोबाइल फोन पर बिताते हैं, इसलिए यह उन तक पहुंचने का एक प्रभावी तरीका है।

इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की अपने बिजनेस की Digital Marketing Kaise Kare तो आप मोबाइल मार्केटिंग करके भी बिजनेस की डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। मोबाइल मार्केटिंग Digital Marketing का ही हिस्सा हैं।

#7. Application Marketing

एप्लिकेशन मार्केटिंग एक प्रकार की डिजिटल मार्केटिंग है जिसमें मोबाइल ऐप्लिकेशंस के माध्यम से प्रोडक्ट या सर्विस का प्रमोशन किया जाता है। इसमें लक्ष्य यह होता है कि अधिक से अधिक लोग ऐप डाउनलोड करें और उसका इस्तेमाल करें।

इस तरह की मार्केटिंग में ऐप्स को प्रमोट करने के लिए अलग अलग तकनीकों जैसे कि सोशल मीडिया, वीडियो मार्केटिंग, और पैड विज्ञापनों का इस्तेमाल किया जाता हैं।

उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए आपकी कंपनी ने एक नया खानपान डिलीवरी ऐप बनाया है। इस ऐप को मार्केट में प्रमोट करने के लिए आप निम्न तरीकों का इस्तेमाल कर सकते है।

  • सोशल मीडिया कैंपेन: फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आकर्षक विज्ञापन और पोस्ट डालकर जो लोगों को ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करते हैं।
  • वीडियो मार्केटिंग: यूट्यूब और अन्य वीडियो प्लेटफॉर्म्स पर ऐप का विज्ञापन, जिसमें ऐप के फायदे और उपयोगिता को दर्शाया गया हो।
  • गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर ऑप्टिमाइजेशन: ऐप के लिए कीवर्ड्स और विवरण का इस्तेमाल करके उसे इन प्लेटफॉर्म्स पर ऊंची रैंकिंग दिलवाना।

पेड विज्ञापन: गूगल एडवर्ड्स और फेसबुक एड्स के जरिए अपने ऐप के तरगेटिड कस्टमर तक पहुंचना।

इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की अपने बिजनेस की Digital Marketing Kaise Kare तो आप Application Marketing करके भी बिजनेस की डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। एप्लिकेशन मार्केटिंग Digital Marketing का ही हिस्सा हैं।

इन्हे भी जरूर पढ़ें।

#8. पे पर क्लिक ऐडवर्टाइज़िंग

पे पर क्लिक विज्ञापन (PPC Advertising) अपने प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करने का पैड और फास्ट तरीका हैं। यह तरीका खासतौर पर गूगल एडवर्ड्स और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर फेमस हैं।

उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए आपकी एक ऑनलाइन कपड़ों की दुकान है। आप गूगल एडवर्ड्स के जरिए एक PPC कैंपेन शुरू करते हैं, जिसमें आप “Fashionable T Shirts” जैसे कीवर्ड्स के टारगेट करते हैं।

जब भी कोई गूगल पर Fashionable T Shirts कीवर्ड को सर्च करता है, आपका विज्ञापन उन्हें दिखाई देगा। यदि वे इस विज्ञापन पर क्लिक करते हैं, तो वे आपकी वेबसाइट पर पहुंचेंगे और आपको प्रत्येक क्लिक के लिए एक निश्चित राशि चुकानी होगी।

PPC ऐड से यह फायदा होता हैं कि आप सीधे अपने तरगेटिड कस्टमर तक पहुंच सकते हैं, इन ऐड को ट्रेक करना आसान होता हैं। आप यह जान सकते हैं कि कितने लोगों ने आपके विज्ञापन पर क्लिक किया, और इससे आपकी कितने सेल हुई या लीड मिली

PPC Tool : Google AdWords, Facebook Ad manager, Bing Ads etc.

#9. Marketing Automation

मार्केटिंग ऑटोमेशन का मतलब है मार्केटिंग के सामान्य कार्यों को ऑटोमैट करना, जिससे समय और संसाधनों की बचत हो सकती है और अधिक कुशलता से काम किया जा सकता है।

इस प्रक्रिया में सॉफ्टवेयर और अन्य टूल्स का इस्तेमाल किया जाता हैं। जो विज्ञापन कैंपेन, ईमेल मार्केटिंग, सोशल मीडिया पोस्टिंग और मार्केटिंग के दूसरे कामों को औटोमटिक करता हैं।

उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए आपकी कंपनी ऑनलाइन कपड़े बेचती है और आप अपने ग्राहकों को नियमित ईमेल न्यूज़लेटर भेजते हैं। ऐसे में आप Marketing AUtomation सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके इन ईमेल न्यूज़लेटर्स को पहले से तैयार कर सकते हैं और उन्हें तय किए गए समय पर भेज सकते हैं।

इससे आपको बार-बार ईमेल तैयार करने और भेजने की जरूरत नहीं होगी।

इसके अलावा, यदि आपकी वेबसाइट पर कोई नया विजिटर आता है और कोई प्रोडक्ट देखता है, तो मार्केटिंग ऑटोमेशन सिस्टम उस विजिटर को उसी प्रकार के प्रोडक्ट के बारे में ईमेल भेज सकता है। यह प्रोडक्ट की जानकारी और खरीदारी के लिए प्रेरित करने का एक किफायती तरीका है।

Marketing Automation: – Marketo, HubSpot

इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की अपने बिजनेस की Digital Marketing Kaise Kare तो आप Marketing Automation करके भी बिजनेस की डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। मार्केटिंग ऑटोमेशन Digital Marketing का ही हिस्सा हैं।

type of digital marketing in hindi by ultimateguider

#10. Influencer Marketing

इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग एक ऐसी मार्केटिंग तकनीक है जिसमें ब्रांड्स सोशल मीडिया पर प्रभावशाली व्यक्तियों (इन्फ्लुएंसर्स) की मदद से अपने प्रोडक्ट या सर्विस का प्रमोशन करती हैं।

उदाहरण से समझते हैं।

मान लीजिए एक कंपनी ‘X’ जो नेचुरल स्किनकेयर प्रोडक्ट्स बनाती है, उसे अपने नए फेस क्रीम का प्रचार करना है। कंपनी ‘X’ एक प्रसिद्ध सौंदर्य और लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर ‘यामिनी’ के साथ संपर्क करती है, जिसके इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोवर्स हैं।

‘यामिनी’ उस फेस क्रीम का इस्तेमाल कुछ हफ्तों तक करती हैं और अपने अनुभव को अपने फॉलोवर्स के साथ साझा करती हैं। वह इसके फायदे, नेचुरल इंग्रीडिएंट्स, और उसके उपयोग से मिलने वाले परिणामों के बारे में बात करती हैं। उनके फॉलोवर्स, जो उनकी राय को महत्व देते हैं, उस प्रोडक्ट को खरीदने के लिए प्रेरित होते हैं।

इस प्रकार, कंपनी ‘X’ को न केवल अपने प्रोडक्ट के लिए अधिक कस्टमर मिलते हैं, बल्कि ‘यामिनी’ के विश्वसनीय और व्यक्तिगत अनुभव के कारण प्रोडक्ट की विश्वसनीयता और मान्यता भी बढ़ती है। इसके बदलें में ‘X’ कंपनी को ‘यामिनी’ प्रोडक्ट प्रमोशन की एक फीस चुकनी होती हैं। जो हर इन्फ्लुएंसर की अलग अलग होती हैं।

इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की अपने बिजनेस की Digital Marketing Kaise Kare तो आप इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग करके भी बिजनेस की डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग Digital Marketing का ही हिस्सा हैं।

इन्हे भी जरूर पढ़ें।

डिजिटल मार्केटिंग के टर्म ( Digital Marketing Words in Hindi )

अगर आप डिजिटल मार्केटिंग के जरिए अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग करना चाहते हैं या फिर डिजिटल मार्केटिंग के बारें में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको बार बार कुछ वर्ड सुनाई देंगे। अगर आपने गूगल पर Digital Marketing Kya Hai सर्च किया था तो आपको इन शब्दों के बारें में भी जरूर पता होना चाहिए। वरना आपके समझ में ही नहीं आएगा की इस वर्ड का क्या मतलब हैं।

🚀 Conversion Rate: जब आपकी वेबसाइट या विज्ञापन पर आने वाले लोग कोई विशेष क्रिया करते हैं, जैसे कि साइन अप करना, ईमेल देना, या प्रोडक्ट खरीदना, तो उनकी संख्या का प्रतिशत उसकी Conversion Rate कहलाती है।

🚀 Impression : इससे पता चलता हैं कि आपके विज्ञापन या कंटेंट को कितनी बार लोगों ने देखा है।

🚀 Click Through Rate (CTR): इससे पता चलता हैं कि आपके कंटेंट पर जितने इम्प्रेशन मिले, उसमें से कितने प्रतिशत लोगों ने उस पर क्लिक किया है।

🚀 Return of Investment (ROI): इससे पता चलता हैं कि आपने जितना पैसा मार्केटिंग में लगाया है, उससे आपको कितना लाभ हुआ है।

🚀 Cost Per Click (CPC): जब कोई यूजर आपके विज्ञापन पर क्लिक करता है, तो आपको प्रत्येक क्लिक के लिए कितना पैसा देना पड़ता है, वह CPC होता है।

🚀 Customer Relationship Management (CRM): यह किसी कंपनी द्वारा अपने ग्राहकों के साथ संबंधों को बनाने और बनाए रखने की प्रक्रिया है।

🚀 Lead : यह उन संभावित ग्राहकों के डेटा को कहा जाता है जो आपके प्रोडक्ट या सर्विस में रुचि रखते हों, जैसे उनका नाम, फोन नंबर, ईमेल, आदि।

🚀 Viral: जब आपका कोई कंटेंट बहुत कम समय में बहुत अधिक लोगों तक पहुंच जाता है और लोग उसे तेजी से शेयर करने लगते हैं।

🚀 Analytics: यह वेबसाइट और डिजिटल ऐड कैम्पेन को ट्रेक करने और समझने के लिए डेटा का विश्लेषण करने की प्रक्रिया है।

🚀 Bounce Rate: इससे पता चलता हैं कि कितने प्रतिशत यूजर आपकी वेबसाइट पर आकर बिना किसी इंटरैक्शन के वापस चले जाते हैं

🚀 Landing Page: यह वह पेज होता है जहां यूजर विज्ञापन, ईमेल लिंक या अन्य डिजिटल मीडिया से आकर लेंड होते हैं।

🚀 Target Audience: वह समूह जिसे आप अपने विज्ञापन, उत्पाद, या सेवा के माध्यम से टारगेट कर रहे होते हैं।

🚀Keywords: वे शब्द जिनका इस्तेमाल लोग इंटरनेट सर्च इंजन में करते हैं और जिन्हें आप अपनी वेबसाइट या कंटेंट में शामिल करते हैं।

🚀Backlink : जब किसी अन्य वेबसाइट पर आपकी वेबसाइट का लिंक होता है, तो उसे बैकलिंक कहते हैं। यह SEO के लिए महत्वपूर्ण होता है।

🚀Call to Action (CTA): एक बटन या लिंक जो यूजर को एक विशेष कार्य करने के लिए प्रेरित करता है, जैसे कि ‘अभी खरीदें’ या ‘साइन अप करें’।

🚀Conversion Funnel: यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोई यूजर एक संभावित ग्राहक से लेकर वास्तविक ग्राहक बनता है।

🚀 Organic Traffic: वेबसाइट पर आने वाला ट्रैफ़िक जो सर्च इंजन के माध्यम से सर्च करके खुद आता हैं। न कि भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से।

🚀 Engagement Rate : यह मापता है कि यूजर आपके सोशल मीडिया पोस्ट्स या कंटेंट के साथ कितनी बार Engage होते हैं।

🚀 Remarketing: पहले वेबसाइट विजिट कर चुके उपयोगकर्ताओं को दोबारा विज्ञापन दिखाकर उन्हें प्रोडक्ट सेल करने की तकनीक।

🚀B2B Marketing: बिजनेस-टू-बिजनेस मार्केटिंग, जहाँ एक कंपनी अन्य कंपनियों को अपने प्रोडक्ट या सर्विस सेल करती हैं।

🚀 B2C Marketing: बिजनेस-टू-कंज्यूमर मार्केटिंग, जहाँ कंपनी डायरेक्ट कस्टमर को अपने प्रोडक्ट सेल करती हैं।

🚀 A/B Testing : दो या अधिक विज्ञापनों का परीक्षण करना ताकि पता चल सके कि कौन सा विज्ञापनअधिक प्रभावी है।

🚀 Heatmaps: एक विजुअल टूल जो यह दर्शाता है कि यूजर वेबसाइट पर कहां सबसे अधिक क्लिक करते हैं या माउस होवर करते हैं।

🚀 Inbound Marketing: ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए उपयोगी सामग्री और अनुभव बनाना।

🚀 Outbound Marketing: सीधे विज्ञापन और प्रचार के माध्यम से ग्राहकों को आकर्षित करना।

इन्हे भी जरूर पढ़ें।

डिजिटल मार्केटिंग के नुकसान

  • तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता: डिजिटल मार्केटिंग में सफल होने के लिए अलग अलग तकनीकों और टूल्स का ज्ञान और उनका सही इस्तेमाल करना जरूरी होता हैं। जिसे सीखने के लिए काफी बारीकी से ध्यान देना होता हैं।
  • नियमित अपडेट की जरूरत: डिजिटल मार्केटिंग एक तेजी से बदलता क्षेत्र है। इसमें नई तकनीकों, ट्रेंड्स और एल्गोरिदम अपडेट्स के साथ तालमेल बिठाने की लगातार आवश्यकता होती है।
  • नकारात्मक प्रतिक्रिया: सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर आपके कस्टमर की नकारात्मक प्रतिक्रियाएं आसानी से वायरल हो सकती हैं, जिससे ब्रांड की छवि पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
  • डेटा सुरक्षा की चिंताएं: डिजिटल मार्केटिंग में ग्राहकों का डेटा इकट्ट किया जाता है, जिसमें डेटा चोरी या गोपनीयता का उल्लंघन होने का जोखिम होता है।
  • सीमित कस्टमर: कुछ डिजिटल मार्केटिंग तकनीकें केवल इंटरनेट-सक्रिय दर्शकों तक ही सीमित होती हैं, जिससे उन दर्शकों तक पहुंचने में कठिनाई होती है जो डिजिटल माध्यमों का कम उपयोग करते हैं।

निष्कर्ष Digital Marketing Kya Hai

यहाँ पर हमने आपको डिजिटल मार्केटिंग के बारें में विस्तार से जानकारी दी हैं की डिजिटल मार्केटिंग क्या हैं। Digital Marketing Kya Hai , डिजिटल मार्केटिंग कैसे करे। ( digital marketing kaise kare ) , डिजिटल मार्केटिंग के क्या फायदे होते हैं। डिजिटल मार्केटिंग कैसे काम करती हैं। डिजिटल मार्केटिंग कितने प्रकार की होती हैं। इत्यादि।

उम्मीद हैं की अब आप डिजिटल मार्केटिंग के बारें में अच्छे से समझ गए होंगे की डिजिटल मार्केटिंग क्या होती हैं। अगर इस जानकारी को लेकर अब भी आपका कोई सवाल हैं तो आप कमेन्ट करके पूछ सकते हैं।

इस जानकारी को उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें। जो डिजिटल मार्केटिंग के बारें में आसान भाषा में समझना चाहते हैं। आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेन्ट करके जरूर बताएं। धन्यवाद

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