घर के मसालों का बिजनेस कैसे करें। Masale ka Business Kaise kare

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Masalo ka Business Kaise Start kareby ultimateguider

बिना मसालों के खाना बनाने का काम अधूरा रहता है। ये एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसका इस्तेमाल हर घर मे किया जाता है। किसी भी घर मे खाना तभी बनता है।

जब आपके घर मे मसालों का क्लेशन होता है। यही कारण है कि मार्केट मे मसालों की मांग हमेशा बनी रहती है।

ऐसे मे अगर आप किसी ऐसे बिजनेस की तलाश मे है। जिसमे आप कम समय मे अधिक मुनाफा कमाना चाहते है। तो मसालों का बिजनेस आपके लिए एक बेहतर बिजनेस साबित हो सकता है।

इस लेख मे हम आपको मसालों के बिजनेस के बारे मे पूरी जानकारी देने वाले है। किस प्रकार से कोई भी व्यक्ति इस जानकारी को प्राप्त करके इस बिजनेस को शुरू कर सकता है। इस लेख मे हम आपको बताने वाले है कि घर के मसालों का बिजनेस कैसे करें। masale ka business kaise kare, masale ka business,masalon ka business, masale ka business, masala ka business kaise kare, masala ka business, masalon ka business

बिजनेस के लिए स्थान

मसालों के बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको जगह की भी जरूरत होती है। इसके लिए आपको कम से कम 150 से 200 वर्ग मीटर जगह की जरूरत होती है।

जगह का इस्तेमाल आपको मशीनरी को सेटअप करने के लिए मसालों को सुखाने के लिए , कच्चा माल रखने के लिए पैकिंग करने के लिए किया जाता है।

बिजनेस के लिए लागत

इस बिजनेस को आप दो तरीकों से कर सकते है अगर आपके पास अधिक बजट है तो आप खुद का मशीनरी सिस्टम लगाकर मसाले तैयार कर सकते है। अगर आपके पास बजट कम है तो आप दूसरों के मशीन पर मसाले लगाकर सेल कर सकते है।

इस बिजनेस को कम बजट के साथ शुरू करने के लिए आप कम से कम 50 हजार से 1 लाख रुपये मे इस बिजनेस को शुरू कर सकते है।

मसाले का उत्पादन करने वाले राज्यों की सूची

अगर आप मसालों का बिजनेस शुरू करना चाहते है तो आपको मसालों के बारे में अच्छी समझ होना जरूरी है। आपको पता होना चाहिए कौन से मसाले किस जगह पर मिलते है । ताकि आप वहा से सीधे ला सको।

  • मिर्च : महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तराखंड, गुजरात, उड़ीसा, कर्णाटक, राजस्थान एवं आंध्र प्रदेश
  • हल्दी: उड़ीसा, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र , असम, मेघालय, केरल, बिहार, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश एवं अरुणाचल प्रदेश
  • धनिया: राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड
  • अदरक: हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, सिक्किम, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल , आंध्र प्रदेश, मेघालय, कर्नाटक, उड़ीसा
  • जीरा एवं सौंफ : राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं गुजरात
  • इलायची : तमिलनाडु, कर्नाटक एवं केरल पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम ।
  • लौंग काली मिर्च एवं अजवाइन: पंजाब एवं उत्तर प्रदेश ,केरल, तमिलनाडु एवं कर्नाटक
  • अजोवन : जम्मू कश्मीर एवं बिहार
  • मेथी: राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं गुजरात
  • सरसों : आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं बिहार
  • जायफल, जावित्री और दालचीनी : केरल एवं तमिलनाडु
  • सोयाबीन : राजस्थान एवं गुजरात
  • केसर: जम्मू एवं कश्मीर
  • कोकम: कर्नाटक
  • वैनिला: कर्नाटक, तमिलनाडु एवं केरल
  • तेजपत्ता: अरुणाचल प्रदेश एवं सिक्किम
  • काम्बोज : कर्नाटक एवं केरल
  • लहसुन: मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र कर्नाटक, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश,
  • बिहार, हरियाणा, गुजरात, उड़ीसा
  • अनार के बीज : तमिलनाडु एवं महाराष्ट्र

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मसाले बनाने के लिए रॉ मटेरियल और उनकी कीमत

जैसे कि आप जानते होंगे कि मसाले अनेकों प्रकार के होते है। सभी मसालों का इस्तेमाल अलग अलग प्रकार से किया जाता है। आप जिन भी मसालों का बिजनेस करना चाहते है।

आपको उन मसालों को रो मटेरियल के रूप में खरीदना होगा। हमने कुछ मसालों के नाम उनकी कीमतों के साथ दिए है।

  • सूखी हल्दी : 160 रुपए प्रति किलो
  • काली मिर्च : 600 रुपए प्रति किलो
  • सूखी मिर्च : 150 रुपए प्रति किलो
  • जीरा : 230 रुपए प्रति किलो
  • धनिया : 180 रुपए प्रति किलो
  • लौंग : 600 रुपए प्रति किलो
  • जायफल : 700 रुपए प्रति किलो

घर के मसाले बनाने के लिए मशीनरी

  • क्लीनर: क्लीनर मशीन का इस्तेमाल कच्चे मसालों के रॉ मटेरियल से धूल मिट्टी के कंकड़ साफ करने के लिए किया जाता है। खाने पीने की चीजों मे साफ सफाई का अहम ध्यान रखा जाता है।
  • ड्रायर: ड्रायर मशीन के द्वारा मसालों को सुखाया जाता है।
  • ग्राइंडिंग: ग्राइंडिंग की मदद से मसालों को पीसा जाता है।
  • पॉवर ग्रेडर: पॉवर ग्रेडर मशीन का इस्तेमाल पिसे हुए मसालों से मोटे और बारीक पाउडर को अलग करने के लिए किया जाता है।
  • बैग सीलिंग मशीन : पाउडर के रूप में तैयार होने के बाद उसे मार्केट मे सेल करने के लिए पैकिंग की जरूरत होती है ऐसे में बैग सीलिंग मशीन आपके पैकिंग के काम को पूरा करती है।

इन सभी मशीनों की कीमते लगभग 5 से 6 लाख रुपये तक हो सकती है बाकी समय के साथ इनके रेटों मे बदलाव होते रहते है इन मशीनों को आप ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म की मदद से खरीद सकते है।

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घर के मसाले बनाने की प्रक्रिया

  • मसाले तैयार करके सेल करने के लिए सबसे पहले आपको उन मसालों को होलसेल मार्केट या मसालों के पैदावार वाली जगहों से खरीदना होगा। मसालों का चुनाव आप अपनी पसंद के अनुसार कर सकते है।
  • मसाले खरीदने के बाद आप इन्हे अच्छी तरह से साफ करके सुखाए।
  • उसके बाद अगर आपके पास मशीनरी सिस्टम है तो आप खुद की पीस सकते है अगर आपके पास खुद की मशीनरी नहीं है तो आप मार्केट में दूसरों की
  • मशीन पर भी पिसवा सकते है। आपको बहुत सी ऐसी जगह मिल जाएगी जहां पर मसालों की पिसाई का काम होता है
  • मसालों को पीसने के बाद आप उन्हें पैकिंग कर कर ले।

मसाले की पैकिंग

अगर आपने मसालों की अपनी फर्म शुरू की है तो आपको अपने ब्रांड के नाम से स्टिकर और प्रिंटिंग पैकेट छपवाने होंगे।

ताकि जब भी आप अपने प्रोडक्ट को मार्केट में सेल करो तो उनके दिमाग में अपके ब्रांड का नाम जाए ताकि वो दोबारा ब्रांड नाम से खरीदे। इसलिए पैकेजिंग करते समय हमेशा डिब्बे या पेकेट पर अपने ब्रांड का नाम का स्टिकर जरूर लगाए।

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घर के मसाले के व्यापार में लाभ

आप किसी भी बिजनेस को शुरू कर ले उनका सारा दारोमदार आकर सेल और कमाई पर आकर टिकता है। कोई भी बिजनेस तभी सफल हो सकता है वो प्रोडक्ट मार्केट में सेल होता है। मार्केट में सेल होगी तभी आप उस प्रोडक्ट से कमाई कर पाओगे।

इस मसाले के बिजनेस को आप अगर आप कम बजट के साथ भी शुरू करते है तो आप इसमें एक पैकेट सेल करने पर बीस से तीस रुपये कमा सकते है।

यदि आप थोक में इस बिजनेस को करते है तो आप इस बिजनेस को कम बजट में भी शुरू करके 50 से 60 हजार रुपये महीना आसानी से कमा सकते है। आपको अपने प्रोडक्ट का लोगों पर विश्वास बनाने के लिए प्रोडक्ट की क्वालिटी का ध्यान रखना होगा।

मसाले के बिजनेस के लिए रजिस्ट्रेशन

अगर आप खुद की मसालों की फर्म या कंपनी बनाना चाहते है तो आप अपनी फर्म का रजिस्ट्रेशन करवाने की कानूनी प्रक्रिया को भी पूरा करना होगा।

  • ROC का रजिस्ट्रेशन
  • लोकल म्युनिसिपल अथॉरिटी से ट्रेड लाइसेंस
  • BIS सर्टिफिकेट
  • फूड ऑपरेटर लाइसेंस

घर के मसाले के व्यापार की मार्केटिंग

कोई भी बिजनेस तभी सफल हो सकता है जब उस बिजनेस के प्रोडक्ट की मार्केट मे सेल होगी। बिजनस मे सेल तभी होगी। जब आपके प्रोडक्ट की अच्छी मार्केटिंग होगी।

शुरुआत मे आपके प्रोडक्ट के बारे मे कोई नहीं जनता है। उसके लिए आपको मार्केटिंग करनी होती है। ताकि लोगों को आपके प्रोडक्ट के बारे मे पता चल सके। मार्केटिंग करने के लिए आप ऑनलाइन या ऑफ़लाइन तरीका अपना सकते है।

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ऑफ़लाइन मार्केटिंग करने के लिए आप किराना होलसेल विक्रेता , और रीटेल विक्रेता को टारगेट कर सकते है। आपको अपने मसालों को छोटे छोटे पेकीटों मे पेक करना होगा। क्योंकि इस तरह के सस्ते पेकेट कम आय वाले क्षेत्रों मे ज्यादा सेल होते है ।

मसाले के बिजनेस से संबंधित कुछ सवाल जवाब

घर पर मसाले कैसे बनाकर कैसे बेचे

अगर आपके पास मशीन नहीं है या आपके बिजनेस में निवेश करने के लिए बजट कम है तो आप मार्केट से सूखे मसाले खरीदकर उन्हे पिसवाकर भी सेल कर सकते है।

मसाले पीसने के लिए मशीनरी सिस्टम लगवाने में कितना खर्चा आएगा।

मसालों को तैयार करने के लिए अलग अलग प्रकार की मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है आपको पूरा मशीनरी सिस्टम लगाने के लिए लगभग चार से पाँच लाख रुपये के लगभग खर्च आता है।

मसालों का बिजनेस शुरू करने के लिए कितने बजट की जरूरत होती है

अगर आपके पास बजट कम है तो बिना मशीनरी के साथ इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कम से कम 40 , 50 हजार रुपये के बजट की जरूरत होती है।

मसालों का बिजनेस में कमाई कितनी है।

अगर आप कम बजट के साथ भी इस बिजनेस को शुरू करते है तो आप कम से कम 30 से 50 हजार रुपये महिना आसानी से कमा सकते है।

मसाले तैयार करने के लिए जरूरी मशीनें कौन कौन सी है।

क्लीनर, ड्रायर, ग्राइंडिंग, पावर ग्रेडर, बैग सीलिंग मशीन आदि.

मसाले तैयार करने के लिए जरूरी मशीनें कहा से खरीद सकते है।

इन मशीनों को आप इंडियामार्ट , ट्रेड इंडिया जैसे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म से आसानी से खरीद सकते है।

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