बहुत से लोग महंगी कार खरीदने से बचने के लिए सेकेंड कार पसंद करते हैं। इंडिया मे ज्यादातर लोग सेकेंड हेंड कार खरीदना पसंद करते हैं। क्योंकि उन्हे बड़ी कीमत की गाड़ी सस्ते दामों मे मिल जाती हैं। कई बार सेकेंड हेंड कार की कंडीशन बिल्कुल नई कार की तरह होती हैं। लेकिन वो नई कार से सस्ती मिल जाती है।
जो लोग नई कार खरीदना अफोर्ड नहीं कर पाते हैं। वे सेकेड हेंड कार खरीदने की तलाश मे रहते है, लेकिन सेकेंड हेंड कार मिलना इतना आसान नहीं है। लेकिन अगर आपको कार के बारे मे ज्यादा जानकारी नहीं है, तो आप बिना जानकारी के सेकेंड हेंड कार न खरीदें।
अगर आप सेकेंड हेंड कार खरीदने की सोच रहे है या खरीदना चाहते है। तो लेख को पूरा पढ़ें। इस लेख मे हम आपको सेकेंड हेंड कार खरीदने से जुड़ी हुई कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे मैं विस्तार से जानकारी देने वाले है। जो आपका नुकसान होने से बचा सकती है। इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं, सेकेंड हैंड कार कैसे खरीदें। Second Hand Car Kaise Kharide, पुरानी कार कैसे खरीदें। Purani Car Kaise Kharide, second hand car konsi leni chahiye, used car kaise kharide
पुरानी कार कैसे खरीदें। Purani Car Kaise Kharide
यहां हम आपको उन 5 चीजों के बारे में बताएंगे जो आपको पुरानी कार खरीदते समय ध्यान रखनी है। वरना आपके साथ धोखा हो सकता हैं। और आपको भारी नुकसान भी हो सकता हैं।
1. मैकेनिक पर जरूरत से ज्यादा भरोसा न करें
बहुत से लोगों सेकेंड हेंड कार खरीदने के लिए जब जाते है, तो वे गाड़ी को चेक करने के लिए अपने साथ मेकेनिक को लेकर जाते है। बहुत से लोग यही काम करते है।
लोगों को लगता है कि मेकेनिक को कार के बारे मे अच्छी जानकारी होती है। इसलिए वो जो भी बताएगा वही सही होगा। लेकिन यही से कार खरीदने वालों के लिए परेशानी शुरू हो जाती है।
जब लोग मैकेनिक पर आँख बंद करके जरूरत से ज्यादा भरोसा करके कार भी खरीद लेते हैं। लेकिन उन्हे बाद में परेशानी होती हैं।

मैकेनिक और डीलरों को आए दिन मे आपस मे एक दूसरे से काम पड़ते रहते हैं। क्योंकि दोनों का काम एक दूसरे पर निर्भर हैं। जबकि कार खरीदने वालों का मकेनिक से कभी कभी काम होता हैं। जिसके कारण कार बेचने मे डीलरों के साथ मकेनिक का भी कमीशन होता हैं।
मकेनिक का एक कार सेल करवाने पर चार से पाँच हजार रुपये तक का कमीशन होता है। ऐसे मे मकेनिक नहीं चाहेगा कि आप कार न खरीदे। फिर चाहे मैकेनिक आपके साथ क्यों न आया हो।
लेकिन लोग सेकेंड हेंड कार खरीदने के लिए आँख बंद करके उसकी बताई हुई बातों पर विश्वास कर लेते हैं। जिसके कारण वे डीलर और मेकेनिक के जाल एम फंस जाते है। अगर कोई मेकेनिक आपके घर का है। तब आप उस पर विश्वास कर सकते है। लेकिन बाहरी मकेनिक पर आँख बंद करके विश्वास करना आपको भारी पड़ सकता हैं।
2. डीलर के कार कलेक्शन को देखकर ज्यादा खुश न हो
सेकेंड हेंड कार बेचने वाले डीलर आपको जगह जगह मिल जायेगे। जिनके पर अलग अलग कंपनी के काफी मॉडल रहते हैं। जो कस्टमर को काफी प्रभावित करते हैं। ऐसे मे अगर कोई भी व्यक्ति इन डीलर के पास कार खरीदने के लिए जाते है। तो वो डीलर के कार कलेक्शन को देखकर धोखा खा जाता है। लोगों को लगता है कि जब उसके पास इतनी गाड़िया है तो ये अच्छा डीलर ही होगा।
बहुत से डीलर घिसी पिटी कारो को खरीदकर उन्हें मैकेनिक की मदद से लीपा पोती करके अच्छे से कलर करवा देते हैं। ऐसे में आम लोगों के लिए कार की कमी को समझना काफी मुश्किल काम होता हैं।
लोग गाड़ियों के बड़े क्लेशन को देखकर डीलरों पर आँख बंद करके विश्वास कर लेते हैं। ऐसे मे इस समस्या से बचने के लिए हमेशा सकेंड हेंड खरीदने के लिए उन डीलरों के पास जाए जिनके पास लिमिटेड स्टॉक हो। लेकिन अच्छा हो।
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3. जरूरत से ज्यादा डिस्काउंट मिल रहा है, सतर्क हो जाएं
अगर किसी महंगी गाड़ी पर कोई डीलर जरूरत से ज्यादा डिस्काउंट दे रहा है तो ऐसे मे आपको सतर्क होने की जरूरत हैं। कई बार कार डीलर एक्सीडेंटल गाड़ी खरीद कर उसमे कुछ काम करवा कर अच्छे से रंग रोगन करके खड़ी कर देते हैं।
जिसके कारण वे उस गाड़ी को जल्दी बेचने के चक्कर मे कस्टमर को गाड़ी की कीमत से ज्यादा डिकाउंट देते है ताकि लोग लालच मे आकर गाड़ी को जल्दी खरीद लें। लोगों को लगता है कि बड़ी गाड़ी उन्हे सस्ते दामों में मिल रही है। जिसके कारण वे धोखा खा जाते हैं।
अगर कोई डीलर को गाड़ी की कीमत से ज्यादा डिकाउंट दे रहा है। गाड़ी की बहुत ज्यादा तारीफ़े कर रहा हैं । तो ऐसे मे आपको सतर्क होने की जरूरत हैं।
आप खुद सोचो जो चीज अच्छी होगी लोग उसे उस कीमत पर ही खरीदना पसंद करेंगे। कोई भी व्यक्ति महंगी चीज को सस्ती तभी दे सकता है। जब उस चीज के साथ कोई गड़बड़ होगी। इसलिए कार पर ज्यादा डिस्काउंट देखकर प्रभावित न हो।
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4. ऑनलाइन से ज्यादा ऑफलाइन को प्राथमिकता दें।
ऑनलाइन कि बढ़ती हुई दुनिया को देखते हुए बहुत से कार डीलर अपनी गाड़ियों को सेल करने के लिए गाड़ियों की फ़ोटो के साथ डिटेल लिखकर डाल देते हैं। जिसमे वे गाड़ियो की कीमत पर काफी डिस्काउंट देने की बात करते हैं।
वे लोगों को अपने जाल मे फँसाने के लिए खुद को आर्मी वाला बताकर उनसे पैसे ऐंठ लेते हैं। इस प्रकार की काफी घटनाये सामने आती रहती है।
इसलिए किसी भी ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर गाड़ी देखकर उसके चक्कर मे न पड़ें। वरना आपको ये आँख बंद करके विश्वास करना काफी महंगा पड़ सकता हैं।
हो सकते तो फिजिकली गाड़ी देखकर ही खरीदे। तभी आप गाड़ी को देखकर सही निर्णय ले पाओगे।
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5. गाड़ी की चमक धमक देखकर ज्यादा खुश न हो, बल्कि गाड़ी चलाकर देखें।
कोई भी डीलर हो उसे अपने ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट सेल करने होते हैं। इसलिए वो अपने हर प्रोडक्ट की खूबी बाढ़ चढ़कर बताता हैं। ऐसे मे आप केवल गाड़ी की बाहरी कंडीशन देखकर उससे प्रभावित न हो।
बहुत लोग गाड़ी की बाहरी चमक धमक देखकर उसे खरीदने के लिए उतावले हो जाते है। जिसे डीलर भांप लेते हैं। फिर वो इसी का फायदा उठाकर कार की कमी छुपाकर सारी खूबियां गिनाने लगता है। एसी चालू कर देगा, स्पीकर्स का साउंड सुना देगा इत्यादि।
अनजान लोग भी उसकी बताई हुई सभी बातों पर आँख बंद करके विश्वास कर लेते हैं। डीलर जो भी बाते बताता है उसे ही सही मान लेते हैं। डीलर आपके ये डायलॉग भी बोलत है कि आप बेफिक्र रहो अगर गाड़ी मे कोई प्रॉबलम होगी हम है ना।
इसलिए केवल गाड़ी की बाहरी चमक धमक देखकर डीलर की सभी बातों पर विश्वास न करें। अपने साथ किसी ऐसे व्यक्ति को जरूर लेकर जाए जिसे गाड़ियों के बारे मे अच्छा अनुभव हो ड्राइवर या मकेनिक। जो गाड़ी की अच्छे तरीके जांच पड़ताल कर सके।
अगर आपको गाड़ी मे कुछ कमी नजर आती है तो उस गौर करें उसके बारे मे डीलर से जरूर पूछे अगर वो उस बात को घुमाता है तो उस गाड़ी को खरीदने से बचे।
पुरानी गाड़ी में कम खर्च करके थोड़ा बहुत काम करवाना पड़ रहा है तो कोई बात नहीं लेकिन अगर गाड़ी के इंजन मे ही कमी है तो गाड़ी को अवॉइड करें।
इसके अलावा गाड़ी चलने मे कैसी रहेगी इसके लिए किसी अनुभवी के साथ गाड़ी का ट्रायल जरूर लें। ताकि आप गाड़ी के इंजन, गियरबॉक्स को अच्छी तरह से चेक सको।
उसके बाद गाड़ी स्टार्ट करके बोनट खोल कर ऑयल डिप बाहर निकालें। अगर उस जगह से स्मोक या ऑयल के छींटे आ रहे हैं तो इसके बारे मे डीलर से जरूर संपर्क करें। क्योंकि इस प्रकार की प्रॉबलम तभी आती है जब गाड़ी के इंजन मे कमी हो। हमेशा सर्टिफाइड कार खरीदने की ही कोशिश करें।
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लेख में आपने क्या सीखा
इस लेख में हमने आपको सेकेंड हेंड कार खरीदने से जुड़ी हुई कुछ बातों के बारे मे विस्तार से जानकारी दी है अगर आप सेकेंड हेंड कार खरीदने के लिए जा रहे है तो आपको किन किन बातों का हमेशा ध्यान रखना है। ताकि आपके साथ किसी प्रकार का धोखा न हो। इस लेख में हमने आपको बताया है कि सेकेंड हैंड कार कैसे खरीदें। Second Hand Car Kaise Kharide, पुरानी कार कैसे खरीदें। Purani Car Kaise Kharide, second hand car konsi leni chahiye, used car kaise kharide
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