12th Ke Baad Kya Kare Commerce Students | 12th कॉमर्स के बाद क्या करें।

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12th Ke Baad Kya Kare Commerce Students by ultimateguider

बारहवी करने के बाद सबसे ज्यादा कॉनफ्यूजन छात्रों को अपना करियर का चुनाव करने में होता हैं। कि बारहवी करने के बाद कौन सा कोर्स उनके लिए बेहतर रहेगा। ताकि वे अपना भविष्य संवार सकें। लेकिन आपको बारहवी के बाद कौन से करियर का चुनाव करना हैं। इसके बारें में बहुत कम छात्रों को जानकारी होती हैं।

अगर आपने बारहवी की पढ़ाई कॉमर्स स्ट्रीम से की हैं। अब आप बारहवी के बाद कॉमर्स से जुड़े हुए करियर तलाश रहे हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें। इस लेख में हम आपको 12th Commerce से जुड़े हुए टॉप करियर विकल्प ( 12th Ke Baad Kya Kare Commerce Students ) के बारें में जानकारी दें रहें।

12th कॉमर्स के बाद क्या करें। 12th Ke Baad Kya Kare Commerce Students

बारहवी करने के बाद छात्रों के सामने सबसे बड़ी चुनौती सही करियर का चुनाव करने की होती हैं। कुछ विद्यार्थियों को पहले ही पता होता है की उन्हें आगे किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना हैं।

लेकिन ऐसे बहुत से छात्र होते हैं। जिन्हें बारहवी करने के बाद पता ही नहीं होता हैं किस क्षेत्र में करियर बनाए। जिसके कारण वे जल्दबाजी में आकर उसी करियर का चुनाव कर लेते हैं।जिस करियर में का चुनाव दूसरे छात्रों ने किया होता हैं ।

इस लेख में हम आपको कॉमर्स स्ट्रीम से बारहवी करने वाले छात्रों से जुड़े हुए कुछ टॉप करियर विकल्प के बारें में जानकारी दे रहे हैं।

चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए)

चार्टर्ड एकाउंटेंसी कोर्स को सीए के नाम से जाना जाता हैं। इस कोर्स का ज्यादातर चुनाव वाणिज्य विषय में रुचि रखने वाले छात्र करते हैं। इस कोर्स को कॉमर्स विषय वाले छात्रों का सबसे नंबर वन कॉमर्स माना जाता हैं।

जिसके कारण चार्टर्ड एकाउंटेंसी कोर्स करने वाले छात्रों में कोर्स को लेकर काफी उत्सुकता देखी जा सकती है। इस कोर्स में आगे बढ़ने के लिए छात्रों को बारहवी में कम से कम कम 50 फीसदी अंकों से 12वीं पास होनी ज़रूरी है। उसके बाद एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है तभी छात्र इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं।

कंपनी सचिव (सीएस)

कॉमर्स स्ट्रीम से बारहवीं करने वाले छात्रों के लिए सीए के बाद सबसे पसंदीदा कोर्स कंपनी सचिव (सीएस) को माना जाता हैं। इस कोर्स को करने के इच्छुक छात्रों को बारहवीं की परीक्षा में कम से कम 50 फीसदी अंक प्राप्त करने होंगे। कोर्स सही तरीके से करने के बाद छात्रों के लिए नौकरी की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।

बीकॉम इन अकाउंटिंग एंड कॉमर्स

बैचलर ऑफ कॉमर्स बारहवीं के बाद कॉमर्स स्ट्रीम वाले छात्रों के द्वारा की जाने वाले एक बैचलर डिग्री हैं। इस कोर्स की अवधि तीन वर्ष की होती हैं। इस कोर्स को करने के बाद भी युवाओं के लिए अलग अलग क्षेत्रों में करियर के अवसर खुलते हैं। इस कोर्स को आप किसी भी भारतीय कॉलेज और विश्वविद्यालयों में आसानी से कर सकते हैं।

बीबीए एलएलबी (BBA LLB)

बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और बैचलर ऑफ लेजिसलेटिव लॉ ऑनर्स एक स्नातक प्रशासनिक कानून पेशेवर कोर्स हैं। बीबीए एलएलबी का चुनाव करने वाले विद्यार्थी बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और लॉ की पढ़ाई भी करते हैं। इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा पास करनी होती हैं।

इस कोर्स की पढ़ाई करने के लिए देश में अनेकों कॉलेज मौजूद हैं। बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन जैसे कोर्स में दाखिला लेने के लिए छात्रों को बारहवीं की परीक्षा कम से कम 50 फीसदी अंकों के साथ पास करना अनिवार्य हैं।

बीबीए / बीएमएस

बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी बीबीए और बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्ट्डीज़ यानी बीएमएस के नाम से जाना जाता हैं। बिजनेस और मैनेजमेंट में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए इन कोर्स को बेहतर माना जाता हैं। इस कोर्स को करने के बाद एमबीए करना आपके करियर को नई ऊंचाई दे सकता हैं। बीबीए / बीएमएस बैचलर डिग्री की श्रेणी में आते हैं।

छात्र बारहवीं करने के बाद किसी मैनेजमेंट कॉलेज से इन कोर्स को कर सकते हैं। हालांकि इन कोर्स में किसी भी स्ट्रीम के छात्र दाखिला ले सकते है लेकिन अगर आप कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र हैं। तो बीबीए / बीएमएस के विषयों को समझना आपके लिए आसान होता हैं।

बीएमएस कोर्स में छात्रों को ह्यूमन रिसोर्स, रिसर्च मेथड, मैनेजिंग स्किल्स और लीडरशिप के बारें में पढ़ने का मौका मिलता हैं।

बैचलर ऑफ इकोनॉमिक्स

बैचलर ऑफ इकोनॉमिक्स तीन वर्ष की बैचलर डिग्री हैं। अगर किसी छात्र को इकोनॉमिक्स फाइनेंस और एनालिटिकल मेथड जैसे विषयों में रुचि हैं। तो वे इस कोर्स का चुनाव कर सकते हैं। इसके अलावा छात्रों को इस कोर्स में माइक्रो-इकोनॉमिक्स और मैक्रो-इकोनॉमिक्स को डीप में पढ़ने का मौका मिलता हैं ।

जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन

अगर आप मीडिया के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है लेकिन आपकी रुचि कॉमर्स स्ट्रीम में हैं तो जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन का विकल्प आपके लिए बेहतर होगा। इस कोर्स को करने के बाद आप मीडिया के जरिए लोगों को फाइनेंस और बिजनेस संबंधी खबरों की जानकारी प्रदान कर सकते हैं।

इसके अलावा आप प्रिंट, ऑनलाइन या कंटेंट क्रिएशन में भी अपना करियर आजमा सकते हैं।

सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर

पर्सनल फाइनेंस, वेल्थ मैनेजमेंट, इंश्योरेंस प्लानिंग के क्षेत्र में करियर बनाने वाले छात्र बारहवीं के बाद सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP) की पढ़ाई कर सकते हैं। इस कोर्स में ज्यादातर विषय फाइनेंस और इनवेस्टमेंट से जुड़े हुआ हैं।

कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA)

अगर किसी छात्र को बारहवी करने के बाद मैनेजमेंट अकाउंटिंग, कमर्शियल फंडामेंटल और इंडस्ट्रियल लॉ से संबंधित कोर्स करना हैं। तो ऐसे छात्र कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट कोर्स चुनकर अपनी पढ़ाई कर सकते हैं। इस कोर्स में फाइनेंस और मैनेजमेंट से संबंधित विषयों को पढ़ाया जाता हैं।

लेख में आपने क्या सीखा

इस लेख में हमने आपको कॉमर्स स्ट्रीम से जुड़े हुए करियर विकल्प (12th Ke Baad Kya Kare Commerce Students ) के बारें में जानकारी दी हैं।

अगर आपने बारहवी की पढ़ाई Commerce Stream से की हैं, तो आप इन करियर विकल्प में से कोई एक विकल्प चुनकर अपना करियर संवार सकते हैं।

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